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2011-06-03

Delusion - বিভ্রম

কি হবে এত ভেবে
স্বপ্ন দেখতে ভুলে
আলেয়ার পেছনে
রাতের পর রাত জেগে।

কি লাভ আঁকড়ে ধরে রেখে
কিছু টুকরো টুকরো স্মৃতি
যা হারিয়ে গেছে কোনদিন
সময়ের অচিন তেপান্তরে।

কি হবে আর লড়ে
নিজের সাথে এ লড়াই
আজ নিজের কাছেই নাহয়
একবার হেরে গেলে।

কিসের আশায়ে তাকিয়ে থাকা
ওই সুদুর দিগন্তের দিকে
যখন ভালবাসার হাথছানি
রয়ে গেছে চোখের আড়ালে।

কেন নিজের কাছেই আজ
নিতে হয়ে মিথ্যের আশ্রয়
কিছুই কি যাবে পাওয়া
নিজেকেই ভুল বুঝিয়ে।

কেন একটুকু শান্তির জন্যে
অন্বেষণ সারা পৃথিবীর বুকে
যখন বুক ভরা কষ্টের মাঝেও
আছে সুখের নিবিড় আশ্রয়।

2011-05-27

Why

পূর্ণ হয়েছে সব চাহিদা,
কিছুই তো নেই বাকি;
তবু কেন আজ ব্যথিত হৃদয়,
অশ্রু ভেজা আঁখি?

पूरे हुए अरमान सारे,
कुछ नहीं है कम;
फिर भी क्यूँ ये दर्दे-दिल,
आँखे क्यूँ है नम?

Desires are all fulfilled,
Nothing more to get;
Why then the wrenched heart,
Why the eyes are wet?

2011-05-26

Mask - মুখোশ

আজ মানুষ মাত্রই একটা মুখোশ,
কেউ জানেনা তার আসল পরিচয়।
হারিয়ে গেছে তার পেছনের মুখ,
কেউ জানতে হায় আর চায়ে ও না।

তাই আমিও আজ মুখোশের আড়ালে,
তাই আমার ঠোঁটের কোণেও আজ হাসি,
কোনো কষ্টই আর ছুটে পারে না আমায়,
আজ সবাই ই যে আমার বড় আপন।

আজ মুখোশ ই আমার বন্ধু,
আর নিজেকেই ভুলতে চাই,
নিজেরই সাজানো এই মেকি স্বপ্নে,
আজ নিজেই নিজেকে হারাই।

এর ই মধ্যে এলে তুমি এক ঝড় হয়ে,
তোলপাড় করে দিলে আমার অস্তিত্ব,
কেড়ে নিতে চাইলে আমার মুখোশ,
চিনে নিতে চাইলে আসল আমাকে।

ভালোবেসে কাছে এসেছিলে তুমি,
খুলে ফেলে দিয়েছিলে আমার মুখোশ,
কিন্তু হায়, হয়ে ওঠেনি তোমারও জানা,
মুখোশের আড়ালেও ছিল আর একটি মুখোশ।

2011-05-23

Talash - तलाश

आज भी मेरे होँठो के बीच
एक हंसी दबी सी बैठी है,
उसे खिलखिलाती मुस्कराहट बनादे
कुछ ऐसे पल के लिए प्यासा हूँ।

आज भी मेरे कानो में
एक मीठी सी धुन गुनगुनाती है,
उस धुन को सुरीला गीत बनादे
ऐसे लब्ज़ोँ के इंतज़ार में हूँ।

आज भी बंद आँखोँ में
कई सारे सहमे से सपने हैं,
उन्हें सच करने की हिम्मत दे
उस भरोसे के लिए तरसता हूँ।

आज भी दिल के किसी कोने में
कई अरमान छिपाके रक्खे हैं,
उन अरमानो को पंख फैलाये उड़ने दे
एक ऐसे आसमान को खोजता हूँ।

आज भी ज़िन्दगी के किताब में
कई कोरे पन्ने बाकि पड़े हैं,
उन पन्नो को सजाने के लिए
कहानियोँ के तलाश में भटकता हूँ।

ये तलाश आज तुम्हारे पास है ले आई
तुम, जिसने मेरे गीतोँ में लब्ज़ दिए,
भरोसा दिया मेरे हर इरादे को
मेरे दिल के सारे अरमान पुरे किये।

तुम से है मेरी ज़िन्दगी की शुरुआत
और तुम्ही पे आके ख़तम होती है,
तुम्हारे बिना अधुरा ये जीवन मेरा
उन कोरे पन्नो में कहानी तुम्हे ही लिखनी है।

2011-05-21

Mohabatt - मुहब्बत

मुहब्बत क्या है,
किसी की मीठी सी आवाज़,
या फिर कोई मोहक अंदाज़,
दिल को छु लेने वाली बोली,

 या शरारती आँख-मिचोली,
हमे तो बस मुहब्बत की
प्यास है।

मुहब्बत क्या है,
कोई
दिलासा देती हाथ,
किसी अपने का साथ,
कहीं कड़े धूप में छाया,
या मोहमई कोई काया, 

हमे तो बस मुहब्बत की तलाश है।

मुहब्बत वोह है,
वो जो दुःख में साथ निभाती है,
वो जो गम में भी हंसाती है,
जो भरोसे का एहसास दिलाये,
जो हर पल साथ निभाए,

हमने उस मुहब्बत को जाना है।

मुहब्बत
वोह है,
जो बेझिजक तुमसे प्यार करे,
जो दुनिया से यह कहते ना डरे,
जिसके बिना ज़िन्दगी अधूरी है,
जिसकी ख़ुशी सबसे ज्यादा ज़रूरी है,
हमे उसी मुहब्बत को अपनाना है।